दोस्तों आज मे आपके लिए लेके आया हूँ, Best Badmashi Shayari in Hindi. कई सारे लोगो को ऐटिटूड और बदमाशी मे रहना पसंद होता है. क्यूंकि आजके जमाने मे हर कोई बदमाशी से भरा पड़ा है. और बदमाशी मे जिनेका अलग ही मजा होता है. आपको यहाँ पर ख़तरनाक बदमाशी शायरी हिंदी मे मिल जाएगी. आप यहाँ से अपने पसंद बदमाशी शायरी को कॉपी करके अपने सभी दोस्तों को भेज सकते है.
Badmashi Shayari in Hindi
इधर बात ना बने तो उधर ट्राय मारते है,
हम बदमाश है जानेमन हार कहाँ मानते है।
किसी ने मुझसे पूछा जिंदगी क्या है,
मैंने हथेली पर थोड़ी सी धूल ली
और फूँक मार कर उड़ा दी।
हमारे तो दोस्त भी
किसी जादुई ताबीज़ से कम नहीं,
गले लगाते ही सारे गम खींच लेते हो।
खेल ताश का हो या जिंदगी का,
अपना इक्का तब ही दिखाना,
जब सामने बादशाह हो।
दोस्तों के दिलो में और
दुश्मनो की खोपड़ी में रहना आदत हे हमारी।
अगर फितरत हमारी सेहने की ना होती,
तो हिम्मत तुम्हारी कुछ कहने की ना होती।
हम तो वो है जिन्हें देख के
मुश्किलें भी शर्मिंदा है।
बदमाशी शायरी हिंदी मे
मेरी औकात से ज्यादा बेटा
मेरे नाम के चर्चे है,
और तेरी औकात से ज्यादा तो
मेरे सिगरेट के खर्चे है।
मेरी शराफत को
तुम बुझदिली का नाम मत दो,
क्यूंकि दबे ने जब तक घोड़ा,
तब तक बन्दूक भी खिलौना ही होता है।
जहाँ सच ना चले वहां झूठ ही सही,
जहाँ हक ना चले वहां लूट ही सही।
माशूका नहीं हूँ जो बेफवाई करूँगा,
तेज़ तलवार हूँ सिर्फ तबाही करूँगा।
जो बेहतर होते है उन्हें इनाम मिलता है,
जो बेहतरीन होते है,
उनके नाम पर इनाम होता है।
समझा दो उन समझदारो को,
की कातिलो की गली में भी दहशत
हमारे ही नाम की है।
किसी के पैरो में गिरकर
कामयाबी पाने के बदले,
अपने पैरो पर चलकर
कुछ बनने की ठान लो।
Badmashi Shayari 2 Line
मेरा ऐटिटूड कुछ इस तरह का है,
खामोशी मिजाज चेहरे पर मुस्कुराहट।
डरना है तो वो लोग डरे ज़िन्हे,
चूहो ने पैदा करके शेर का नाम दे रखा है।
अच्छा हुआ पूरी दुनिया मेरे खिलाफ है,
अब बराबरी की लडाई होगी।
पीट पीछे कौन क्या बोलता है,
फर्क नहीं पड़ता,
सामने किसी का मुंह नही खुलता काफी है।
हम क्यो डरे किसी से,
हम तो पैदा ही शेरो की बस्ती मे हुए है।
सुन बे लोंडे हम से पंगा और भरी
महफ़िल में दंगा दोनों खतरनाक है।
सुन बे छोरी मेरे पास ऐटिटूड है,
तेरे बाप का पैसा नहीं जो खत्म हो जाए।
Badmashi Status Shayari Hindi
अपनी औकात में रहना सीख बेटा वर्ना,
जो हमारी आँखों में खटकते है,
वो श्मशान में भटकते है।
जंग लगी तलवारो पे अब धार चढानी होगी,
कुछ लोग ओकात भूल गए हे,
उनको हमारी याद दिलानी होगी।
डूब जाए आसानी से मै वो कश्ती नहीं,
मिटा सको तुम मुझे ये बात
तुम्हारे बस की नहीं।
लोगो ने हमें सिर्फ
काम के लिए इस्तेमाल किया,
क्यूंकि उनका कामथा और
हमारा नाम था।
बाद्शाह नही टाइगर हूँ मै,
इस लिये लोग इज्ज़त से नही
मेरी इजाज़त से मिलते है।
हमसे उलझना कुछ ऐसा है,
जैसे बारूद के ढेर पर बैठकर
चिंगारी से खेलना।
अपना भला कौन क्या बिगाड़ेेगा,
अपनी तो किस्मत उसने लिखी है,
जिसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता।